Gandhi Jayanti 2023: हर स्टूडेंट के लिए जरूरी हैं गांधीजी की ये 10 सीख, आप भी कर सकते हैं फॉलो

Gandhi Jayanti 2023: हर स्टूडेंट के लिए जरूरी हैं गांधीजी की ये 10 सीख, आप भी कर सकते हैं फॉलो

Gandhi Jayanti 2023: हर स्टूडेंट के लिए जरूरी हैं गांधीजी की ये 10 सीख, आप भी कर सकते हैं फॉलो

Gandhi Jayanti 2023: मोहनदास करमचंद गांधी, एक ऐसा नाम जो दुनियाभर में अपने दृढ़ निश्चय, सत्य के लिए अटल-अडिग और अंहिसा के रास्ते पर चलकर विजय हासिल करने के लिए जाना जाता है. उनके जीवन में कई ऊतार-चढ़ाव आए, स्कूल में औसत विद्यार्थी होने के बावजूद उन्होंने भारत में ब्रिटिश शासन को घूटने टेकने पर मजूबर कर दिया था. वह असाधारण बुद्धि और सिद्धांतों वाले व्यक्ति थे. महात्मा गांधी का जीवन और शिक्षाएं सभी उम्र के लोगों, विशेषकर स्कूली छात्रों को प्रेरित करती रहती हैं. भारत में हर साल 02 अक्टूबर को उनके जन्मदिवस को गांधी जयंती के तौर पर मनाया जाता है. आज उनकी 154वीं जयंती है. आइये इस मौके पर जानते हैं उनकी वो 5 बातें, जिन्हें सफलता पाने के लिए छात्रों को अपने जीवन में उतार लेना चाहिए.

1. अहिंसा की शक्ति (अहिंसा)

गांधीजी द्वारा दी गई सबसे मूल्यवान और स्थायी सीखों में से एक अहिंसा की शक्ति थी, जिसे हम अहिंसा के नाम से भी जानते हैं. महात्मा गांधी ने साबित किया कि शांतिपूर्ण प्रतिरोध महत्वपूर्ण सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन ला सकता है. स्कूली छात्रों को इससे सीखना चाहिए और समझना चाहिए कि अक्सर हिंसा में शामिल हुए बिना भी झगड़ों को सुलझाया जा सकता है

2. सच्चाई और ईमानदारी 

सत्य और ईमानदारी महात्मा गांधी द्वारा सिखाए गए बुनियादी मूल्य हैं।  स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्रयासों के माध्यम से, महात्मा गांधी ने हमें दिखाया कि केवल सत्य की जीत होती है।  ये बात उनकी असल जिंदगी की कई घटनाओं से साबित भी होती है.  गांधीजी ने सत्य का जीवन जिया और केवल सत्य की खोज की।  


3. क्षमा करें

 गांधीजी ने हमें सिखाया कि क्षमा करना मजबूत चरित्र का प्रतीक है।  कमजोर लोग द्वेष रखते हैं और बदला लेने की योजना बनाते हैं।  गांधीजी का मानना ​​था कि क्षमा एकता पैदा करने का एक तरीका है।  उन्होंने महसूस किया कि दूसरों को क्षमा करके, हम एक साथ आने और हमारे बीच मौजूद मतभेदों को दूर करने में सक्षम हैं।


4. दृढ़ता-धैर्य

 जब तक कोई चीज़ पूरी नहीं हो जाती, वह हमेशा असंभव लगती है।  जब चीजें मुश्किल हो जाती हैं तो हम अक्सर हार मान लेते हैं।  महात्मा गांधी ने अपने जीवन के अनुभवों से हमें दिखाया कि रास्ता कितना भी कठिन क्यों न हो, दृढ़ता हमें अपने लक्ष्य तक ले जा सकती है।  महात्मा गांधी के इसी सिद्धांत ने उन्हें भारत को आज़ाद कराने के लिए दृढ़ संकल्पित रखा और उन्होंने कभी हार नहीं मानी।


5. शिक्षा का महत्व

गांधीजी ने व्यक्तिगत विकास और राष्ट्र निर्माण में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया. वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने सभी के लिए बुनियादी शिक्षा का प्रस्ताव पेश किया और व्यावसायिक अध्ययन को बढ़ावा दिया. छात्रों को यह समझना चाहिए कि शिक्षा सकारात्मक बदलाव का एक शक्तिशाली उपकरण है.


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