गुलाब के फूल में सुंदरता के साथ-साथ काफी मनमोहक खुशबू भी होते है
जिस कारण इसका इस्तेमाल इत्र बनाने में भी किया जाता है। गुलाब के फूल में काफी सारे औषधीय गुण भी पाए जाते है
जिस कारण गुलाब फूल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स और मेडिसिन्स बनाने में भी किया जाता है।
गुलाब के फूल के पौधे की टहनियों में काफी सारे कांट होते है। यह कांटे गुलाब फूल को कीड़े मकोड़ो से बचाती है।...
गुलाब के फूल का पौधा एक झाड़ीदार पौधा होता है जो सामान्यत 1 फूट से लेकर 6 फूट तक लंबा होता है।...
अन्य फूलो के मुकाबले गुलाब के फूल का जीवन काल ज्यादा दिनों तक होता है। गुलाब फूल पूरी तरह खिलने के बाद लगभग 1 महिना तक खिले रहते है।
भारतीय बाजार में गुलाब फूल की मांग काफी ज्यादा है जिस कारण से भारत में गुलाब की खेती काफी बड़ी मात्रा में की जाती है।..
अधिकांश गुलाब की प्रजातियाँ एशिया की मूल निवासी हैं, कम संख्या में उत्तरी अमेरिका और कुछ यूरोप और उत्तर पश्चिम अफ्रीका की मूल निवासी हैं। दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के गुलाब आसानी से संकरण करते हैं, जिससे ऐसे प्रकार उत्पन्न होते हैं जो पैतृक रूपों को ओवरलैप करते हैं और मूल प्रजातियों को निर्धारित करना मुश्किल हो जाता है। 10 से भी कम प्रजातियाँ, जिनमें से अधिकांश एशिया की मूल निवासी थीं, क्रॉसब्रीडिंग में शामिल थीं, जिससे अंततः आज के कई प्रकार के बगीचे के गुलाब पैदा हुए।
गुलाब एक बहुत ही प्यारा और सुंदर फूल है। गुलाब फूल की सुंदरता और आकर्षण के कारन सभी फूलो का राजा गुलाब फूल को माना जाता है। गुलाब फूल को अंग्रेजी में Rose कहते है जबकि संस्कृत में गुलाब फूल को पाटलम् कहते है वही गुलाब फूल का वैज्ञानिक नाम Rosa है। सामान्यत: गुलाब फूल लाल रंग के होते है पर लाल रंग के अलावा भी कई अन्य रंगों जैसे पीला, सफेद, गुलाबी, हरा, काला, बैगनी, नीला आदि रंगों में भी गुलाब के फूल पाए जाते है। सभी रंगों के गुलाब फूल में लाल रंग का गुलाब फूल सबसे मनमोहक और आकर्षक होता है और लोगो के द्वारा सबसे ज्यादा पसंद भी किया जाता है।
1. गुलाब फूल एक बहुत ही सुंदर, आकर्षक और मनमोहक फूल है।
2. गुलाब फूल की विशेष खूबसूरती के कारन इसे सभी फूलो का राजा कहा जाता है।
3. गुलाब फूल कई सारे रंगों के पाए जाते है जैसे लाल, पीला, सफेद, गुलाबी, हरा, काला, बैगनी, नीला आदि जिसमे से लाल रंग का गुलाब सामान्यत ज्यादा पाए जाते है।
4. लाल गुलाब को प्रेम का प्रतिक, पीला गुलाब को मित्रता का प्रतिक जबकि सफेद रंग के गुलाब के फूल को शांति का प्रतिक माना जाता है।
5. 7 फरवरी को हर वर्ष पुरे विश्व में Rose Day यानि गुलाब दिवस के रूप में मनाया जाता है वही भारत सरकार ने 12 फरवरी को गुलाब दिवस के रूप में घोषित किया है।
6. पुरे विश्व भर में गुलाब की 300 से भी अधिक प्रकार के फूल पाए जाते है।
7. गुलाब फूल का उपयोग सजावट में, गुलदस्ता बनाने में, माला बनाने में आदि में किया जाता है।
8. गुलाब फूल में खूबसूरती के साथ साथ बहुत ही मनमोहक सुगंध भी होता है तथा इसका इस्तेमाल इत्र बनाने में भी किया जाता है।
9. गुलाब के फूल में कई प्रकार के औषधीय गुण भी पाए जाते है जिस कारन इसका इस्तेमाल कई प्रकार के cosmetic products और medicines बनाने में भी किया जाता है।
10. ज्यादातर गुलाब का पौधा सदाबहार होते है जिसमे साल के लगभग सभी महीने में फूल खिला करते है।
गुलाब कई प्रकार के होते हैं, प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएं और सुंदरता होती है। यहां गुलाब के कुछ सामान्य प्रकार दिए गए हैं:
1. हाइब्रिड चाय गुलाब: ये गुलाब अपने बड़े, उच्च-केंद्रित फूलों और लंबे, मजबूत तनों के लिए जाने जाते हैं। वे रंगों की एक विस्तृत श्रृंखला में आते हैं और अपने क्लासिक गुलाब आकार के लिए लोकप्रिय हैं।
2. फ्लोरिबुंडा गुलाब: फ्लोरिबुंडा प्रत्येक तने पर छोटे-छोटे फूलों के समूह बनाता है, जिससे प्रचुर मात्रा में फूल खिलते हैं। वे अपनी कठोरता और पूरे मौसम में लगातार खिलने के लिए जाने जाते हैं।
3. ग्रैंडीफ्लोरा गुलाब: ग्रैंडीफ्लोरा हाइब्रिड चाय और फ्लोरिबंडा का मिश्रण है। वे हाइब्रिड चाय की तरह बड़े, उच्च-केंद्रित फूल पैदा करते हैं लेकिन फ्लोरिबंडा जैसे समूहों में। वे बहुमुखी हैं और उन्हें कटे हुए फूलों या बगीचे के बिस्तरों में इस्तेमाल किया जा सकता है।
4. चढ़ाई वाले गुलाब: जैसा कि नाम से पता चलता है, चढ़ाई वाले गुलाबों में लंबी, लचीली बेंतें होती हैं जिन्हें दीवारों, जाली या बाड़ पर चढ़ने के लिए प्रशिक्षित किया जा सकता है। वे विभिन्न फूलों के रूपों में आते हैं और बगीचों में ऊर्ध्वाधर रुचि जोड़ सकते हैं।
5. झाड़ीदार गुलाब: झाड़ीदार गुलाब अपनी कठोरता और कम रखरखाव के लिए जाने जाते हैं। उनमें झाड़ियाँ उगने की आदत होती है और वे विभिन्न आकारों और रंगों में फूलों के समूह पैदा करते हैं। वे भूनिर्माण के लिए बहुत अच्छे हैं और बगीचों को एक प्राकृतिक, अनौपचारिक रूप प्रदान कर सकते हैं।
6. लघु गुलाब: लघु गुलाब आकार में कॉम्पैक्ट होते हैं, जिनमें छोटे फूल होते हैं जो अपने बड़े समकक्षों के समान होते हैं। वे छोटे बगीचों, कंटेनरों या बॉर्डर पौधों के लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं।
7. पुराने बगीचे के गुलाब: पुराने बगीचे के गुलाब गुलाबों का एक समूह है जो आधुनिक संकर गुलाबों की शुरुआत से पहले मौजूद थे। उनके पास एक क्लासिक, उदासीन आकर्षण है और वे अपनी सुगंध और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
8. नॉक आउट गुलाब: नॉक आउट गुलाब एक लोकप्रिय किस्म है जो अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता और पूरे मौसम में लगातार खिलने के लिए जानी जाती है। वे विभिन्न रंगों में आते हैं और उनका रखरखाव अपेक्षाकृत कम होता है।
ये उपलब्ध अनेक प्रकार के गुलाबों के कुछ उदाहरण मात्र हैं। प्रत्येक प्रकार की अपनी विशिष्ट विशेषताएं, विकास की आदतें और देखभाल की आवश्यकताएं होती हैं, जिससे बागवानों को वह चुनने की अनुमति मिलती है जो उनकी प्राथमिकताओं और बागवानी स्थितियों के लिए सबसे उपयुक्त हो।